Jela bolay padki maina suwa geet lyrics:-ये सुवा गीत छत्तीसग़ढ के परम्परा में ये लोक सुवा गीत हैवे जेला महिला मन है गाते, ये गीत ला अलका चंद्राकर है बहुत सुन्दर आवाज म आपन गीत ला गाए हे ये गीत ला २०१८ में गाए हे।
𝐉𝐞𝐥𝐚 𝐛𝐨𝐥𝐚𝐲 𝐩𝐚𝐝𝐤𝐢 𝐦𝐚𝐢𝐧𝐚 𝐬𝐮𝐰𝐚 𝐠𝐞𝐞𝐭 𝐥𝐲𝐫𝐢𝐜𝐬
गीत | जेला बोले पड़की मैना |
एल्बम | गौरा गौरी दर्शन |
गायिका | अलका चंद्राकर |
गायक | राम नारायण धुर्वे , माधव चंद्राकर |
भाषा | छत्तीसगढ़ी |
रिकॉर्डिंग | नीरज वर्मा |
𝘑𝘦𝘭𝘢 𝘣𝘰𝘭𝘢𝘺 𝘱𝘢𝘥𝘬𝘪 𝘮𝘢𝘪𝘯𝘢 𝘴𝘶𝘸𝘢 𝘨𝘦𝘦𝘵 𝘭𝘺𝘳𝘪𝘤𝘴

ᴊᴇʟᴀ ʙᴏʟᴀʏ ᴘᴀᴅᴋɪ ᴍᴀɪɴᴀ sᴜᴡᴀ ɢᴇᴇᴛ ʟʏʀɪᴄs
तरी हरी ना मोरी नाना मोर सुवा ना
तरी हरी ना मोरी ना ना ना…..
तरी हरी ना मोरी नाना मोर सुवा ना
तरी हरी ना मोरी ना ना ना…..
तरी हरी ना मोरी नाना मोर सुवा ना
तरी हरी ना मोरी ना ना ना…..
तरी हरी ना मोरी नाना मोर सुवा ना
तरी हरी ना मोरी ना ना ना…..
जेला बोले पड़की मैना
ओला गावै कोयली बैना
जेला बोले पड़की मैना
ओला गावै कोयली बैना
कदम के रुख मा रे। ………
कदम के रुख मा रे, रे नदी तीर मा
हो ,हो, हो, हो,हो,….
जेला बोले पड़की मैना
ओला गावै कोयली बैना
जेला बोले पड़की मैना
ओला गावै कोयली बैना
गोला रे गोला चंदी के गोला
तोला देखे बिन तरसे रे मोर चोला। ……
गोला रे गोला चंदी के गोला
तोला देखे बिन तरसे रे मोर चोला
कदम के रुख मा रे। ………
कदम के रुख मा रे, रे नदी तीर मा
हो ,हो, हो, हो,हो,….
जेला बोले पड़की मैना
ओला गावै कोयली बैना
जेला बोले पड़की मैना
ओला गावै कोयली बैना। ………
डोला रे डोला बासी के डोला
महानदी ले उतरगे रानी के डोला
डोला रे डोला बासी के डोला
महानदी ले उतरगे रानी के डोला
कदम के रुख मा रे। ………
कदम के रुख मा रे, रे नदी तीर मा
हो ,हो, हो, हो,हो,….
जेला बोले पड़की मैना
ओला गावै कोयली बैना
जेला बोले पड़की मैना
ओला गावै कोयली बैना। ………
डाला रे डाला मोटर डाला
सुवा ले जा संदेसा दुरुग वाला
डाला रे डाला मोटर डाला
सुवा ले जा संदेसा दुरुग वाला
कदम के रुख मा रे। ………
कदम के रुख मा रे, रे नदी तीर मा
हो ,हो, हो, हो,हो,….
जेला बोले पड़की मैना
ओला गावै कोयली बैना
जेला बोले पड़की मैना
ओला गावै कोयली बैना। ………
कदम के रुख मा रे। ………
कदम के रुख मा रे, रे नदी तीर मा
हो ,हो, हो, हो,हो,….
तरी हरी ना मोरी नाना मोर सुवा ना
तरी हरी ना मोरी ना ना ना…..
तरी हरी ना मोरी नाना मोर सुवा ना
तरी हरी ना मोरी ना ना ना…..
तरी हरी ना मोरी नाना मोर सुवा ना
तरी हरी ना मोरी ना ना ना…..
तरी हरी ना मोरी नाना मोर सुवा ना
तरी हरी ना मोरी ना ना ना…..
ये सुवा गीत है हमर छत्तीसगढ़ ला दर्शाथे की हमर छत्तीसगढ़ में ये लोक गीत के बहुत महत्व हे, जलकर सेती आज छत्तीसगढ़ के लोग मन हर तिहार ला बढ़िया धूम धाम से मनाथन अउ सब्बो देवी देवता मन ला पूजथान हमर छत्तीसगढ़ महतारी ला ह्यूमन सुमिरन करथन जेकर सेती आज ह्यूमन धान चाउर खत हान।
ये सुवा गीत है ये बताना चाहत हे की जब ह्यूमन अच्छा काम या अच्छा कछु करे बार चाहथं ता एकर अउ हमर छत्तीसगढ़ महतारी ला पूज के अच्छे कम बर सुमिरन करथन ताकि कुछ भी शुभ काम होवत हे ओमा कछु विघ्न न आये।